फुटाव का महत्व
किसान भाइयों, गेहूं की फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए सबसे पहले ध्यान देने वाली बात है “फुटाव”। फुटाव जितना ज्यादा होगा, उतनी ही ज्यादा बालियाँ निकलेंगी, और जितनी अधिक बालियाँ होंगी, उतना ही ज्यादा उत्पादन मिलेगा। इसलिए यह जरूरी है कि फुटाव सही तरीके से बढ़ाया जाए।
पौधे का सही विकास
दूसरी बात यह है कि पौधों का विकास सही तरीके से होना चाहिए। एक स्वस्थ पौधा अच्छे उत्पादन की नींव होता है। पौधों को अच्छे पोषक तत्वों की जरूरत होती है, ताकि उनका विकास सही से हो सके।
बालियों का आकार
तीसरी महत्वपूर्ण चीज है बालियों का आकार। बालियाँ जितनी बड़ी और लंबी होंगी, गेहूं की फसल का उत्पादन उतना ही अधिक होगा।
दाने का आकार
चौथी बात यह है कि दानों का आकार भी बड़ा होना चाहिए। छोटे दाने से बेहतर बड़े दाने गेहूं की फसल में देखने को मिलते हैं, और इससे उत्पादन बढ़ता है।
कम खर्च में बढ़िया रिजल्ट
किसान भाई अक्सर फुटाव बढ़ाने और फसल का अच्छा विकास करने के लिए हजारों रुपये खर्च कर देते हैं, लेकिन अगर सही तरीके से और कम खर्च में जरूरी चीजें इस्तेमाल की जाएं तो बहुत अच्छा रिजल्ट मिल सकता है। आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे, जिसमें आपको घर में मौजूद चीजों से ही बेहतरीन रिजल्ट मिल सकता है।
घर में मौजूद चीजों से करें फसल को बढ़ावा
सबसे पहले, अगर आपके गेहूं के पौधे का फुटाव कम हो रहा है या विकास सही से नहीं हो रहा, तो इसके लिए हम घर में उपलब्ध चीजों से उपाय कर सकते हैं। सबसे पहले ध्यान दें कि पत्तियाँ “झंडा पत्ती” को बचा कर रखें क्योंकि ये पत्तियाँ भोजन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यदि इन पत्तियों को किसी भी कारण से नुकसान होता है, तो पौधा कमजोर हो सकता है।
फुटाव बढ़ाने के लिए खाद और स्प्रे जब बालियाँ निकलने वाली होती हैं, उस समय पौधे को पोटाश की आवश्यकता होती है। पोटाश से बालियाँ लंबी और दाने बड़े होंगे। इस दौरान एक खास स्प्रे किया जाता है जिससे बालियाँ बड़ी और मजबूत बनती हैं।
स्प्रे सामग्री
आप 500 ग्राम मैग्नीशियम सल्फेट, 500 ग्राम फेरस सल्फेट, 1 किलो यूरिया और 500 ग्राम चूने का पानी मिलाकर 100 लीटर पानी में घोल कर इसे एक एकड़ में स्प्रे कर सकते हैं। इससे पौधों को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और उनका विकास तेज होगा।
नैनो यूरिया की बजाय पारंपरिक यूरिया का उपयोग
नैनो यूरिया का उपयोग बाजार में प्रचारित किया जा रहा है, लेकिन पारंपरिक यूरिया का उपयोग अधिक प्रभावी हो सकता है। यदि आप 200 ग्राम यूरिया का घोल बनाकर इसे छिड़कते हैं तो यह नैनो यूरिया से कहीं अधिक प्रभावी होगा।
रोग नियंत्रण के लिए उपाय
गेहूं की फसल में अक्सर रस्ट और इल्ली जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए फंगीसाइड और इंसेक्टिसाइड का उपयोग करें।
खाद देने का सही तरीका
याद रखें कि 052 34 और 0050 जैसे खाद का उपयोग सही समय पर करें। 052 34 को दूसरे पानी में और 0050 को तीसरे पानी में इस्तेमाल करें।
ऑर्गेनिक खेती के फायदे
अगर आप ऑर्गेनिक खेती करते हैं, तो यह न केवल खर्च कम करता है, बल्कि मिट्टी को भी खराब होने से बचाता है। ऑर्गेनिक खेती से फसल अधिक स्वस्थ और स्वादिष्ट होती है। किसान भाइयों, गेहूं की फसल में अच्छा उत्पादन पाने के लिए सही खाद, स्प्रे और पोषक तत्वों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। घर में उपलब्ध चीजों से ही आप बहुत अच्छा रिजल्ट पा सकते हैं, बिना ज्यादा खर्च किए। सही तरीके से काम करने पर फसल में बढ़िया विकास होगा और अच्छा उत्पादन मिलेगा।