किसान भाइयों के लिए खुशखबरी है कि गन्ने की बुआई का समय आ चुका है। हमारे क्षेत्र में 26 जनवरी से गन्ने की बुआई शुरू हो गई है, जबकि कुछ किसान भाइयों ने दो-तीन दिन पहले ही बुआई कर दी थी। अभी का तापमान 7-8 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, और अधिकतम तापमान 20-21 डिग्री तक रहता है। अगले कुछ दिनों में तापमान थोड़ा बढ़ सकता है, और यह 25-26 डिग्री तक पहुंच सकता है। तापमान बढ़ने के साथ गन्ने की जड़ों का विकास भी अच्छा होगा।
गन्ने की बुआई का सही समय
गन्ने की बुआई के लिए फरवरी महीना आदर्श होता है, लेकिन इस समय भी बुआई की जा सकती है। यदि इस समय बुआई करते हैं, तो गन्ने का जमाव थोड़ी देर से होगा, लेकिन इससे फसल पर कोई बुरा असर नहीं होगा। इस समय जड़ें पहले फुटेंगी और अंकुर बाद में निकलेंगे, जिससे जड़ें मजबूत होंगी और फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
उर्वरक और कीटनाशकों का सही उपयोग
गन्ने की बुआई में सही उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग बहुत जरूरी है। हमारे क्षेत्र में बुआई के समय कौन-कौन से उर्वरक और कीटनाशक डाले जा रहे हैं, आइए जानते हैं:
- फिप्रोनील (कीटनाशक) – यह कीटनाशक कीड़ों को रोकता है। एक एकड़ में 8-10 किलोग्राम फिप्रोनील डाला जाता है।
- सागरिका (ग्रोथ प्रमोटर) – यह जड़ों के अच्छे विकास के लिए डाला जाता है। सागरिका को 10 किलो के एक थैले के रूप में डाला जाता है, जिससे जड़ों का फुटाव और कल्ले अच्छे होते हैं।
- सल्फर 80% – यह गन्ने में फफूंद और अन्य रोगों से बचाव करता है। बुआई के समय सल्फर डालने से गन्ने में बीमारियाँ कम होती हैं।
- 12:32:16 उर्वरक – यह बुआई के समय सबसे अच्छा उर्वरक माना जाता है। इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की अच्छी मात्रा होती है, जो गन्ने के अच्छे विकास के लिए जरूरी है। एक एकड़ में 80-100 किलो उर्वरक डाला जाता है।
गन्ने की किस्म
हमारे क्षेत्र में इस बार 15023 गन्ने की किस्म की बुआई की जा रही है। यह किस्म अच्छा उत्पादन देती है, लेकिन गन्ना थोड़ा मुलायम होता है, जिससे गिरने का खतरा रहता है। इसके अलावा, जंगली जानवर भी इसे खा सकते हैं। आप अपनी क्षेत्र के अनुसार अच्छी किस्म चुन सकते हैं।
अगर आप गन्ने की बुआई कर रहे हैं, तो सही उर्वरक और कीटनाशक का इस्तेमाल करें। इससे आपकी फसल का बेहतर विकास होगा और कीटों और रोगों से बचाव होगा। सही समय और तरीका अपनाकर आप अच्छी पैदावार पा सकते हैं।