उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गन्ना किसानों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से किसानों की आय बढ़ेगी और खेती की लागत कम होगी। सरकार ने गन्ने के न्यूनतम मूल्य (एसएमएस) में 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
- सामान्य किस्म के गन्ने का मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल होगा।
- प्रारंभिक किस्म के गन्ने का मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल होगा।
- असामान्य किस्म के गन्ने का मूल्य 335 रुपये प्रति क्विंटल होगा।
किसानों के लिए राहत
इस बढ़ोतरी से गन्ना किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। किसानों ने सरकार के इस कदम की तारीफ की है और इसे किसान हितैषी फैसला बताया है।
चीनी मिलों को सख्त निर्देश
सरकार ने चीनी मिलों को आदेश दिया है कि वे गन्ना किसानों का भुगतान समय पर करें। अगर कोई मिल भुगतान में देरी करती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे किसानों को उनकी मेहनत का पैसा सही समय पर मिलेगा।
नई योजनाओं की शुरुआत
सरकार ने गन्ना किसानों के लिए कई नई योजनाएं भी शुरू की हैं। इन योजनाओं के तहत किसानों को गन्ना यंत्रीकरण पर 50% से 70% तक की सब्सिडी मिलेगी। इससे खेती की लागत कम होगी और उत्पादन बढ़ेगा।
कृषि यंत्रों पर सब्सिडी
बिहार सरकार ने भी गन्ना किसानों के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर 50% से 70% तक की सब्सिडी मिलेगी। इससे किसानों को खेती में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी और उत्पादन बढ़ेगा।
योगी सरकार का यह फैसला गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। गन्ने के दाम बढ़ने, समय पर भुगतान और नई योजनाओं की शुरुआत से किसानों की आय बढ़ेगी और खेती की लागत कम होगी। सरकार के इस कदम से न सिर्फ किसानों को फायदा होगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।