गन्ने की खेती भारत में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आय का स्रोत है। लेकिन पारंपरिक तरीकों से खेती करने से ज्यादा मुनाफा नहीं हो पाता। अब सवाल ये है कि गन्ने से कैसे दुगना फायदा लिया जाए? आइए, जानते हैं इसके कुछ आसान और असरदार तरीके।
उन्नत किस्मों का चयन
गन्ने की नई और बेहतर किस्में ज्यादा पैदावार देती हैं और कीड़ों से भी बचाव करती हैं। जैसे कि को.- 0238, को.- 86032, और को.- 94012, इनसे गन्ने की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों बढ़ सकते हैं। इसलिए किसानों को इन किस्मों का चुनाव करना चाहिए।
सही समय पर बुवाई और सिंचाई
गन्ने की बुवाई सही समय पर करना बहुत जरूरी है। सही समय पर बुवाई करने से पौधों का विकास अच्छे से होता है और पैदावार बढ़ती है। सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन जैसी नई तकनीकों का इस्तेमाल पानी बचाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है।
जैविक खाद और कीटनाशकों का उपयोग
रासायनिक खाद और कीटनाशकों से मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है। इसके बजाय, जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट और प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग करके मिट्टी की गुणवत्ता को बेहतर रखा जा सकता है और लागत भी कम हो सकती है। इससे ज्यादा मुनाफा होगा।
गन्ने के साथ अंतरवर्तीय खेती
गन्ने के साथ मूंग, उड़द या सब्जियों की खेती करके किसान अपनी आय को दुगना कर सकते हैं। इससे खेत की मिट्टी भी स्वस्थ रहती है और फसल की उत्पादकता भी बढ़ती है।
बाजार की समझ और मूल्य संवर्धन
गन्ने से सिर्फ चीनी ही नहीं, बल्कि गुड़, शक्कर और गन्ने का रस भी बेचा जा सकता है। इससे किसान को ज्यादा मुनाफा हो सकता है। किसान सरकारी योजनाओं और सहकारी समितियों का लाभ उठाकर इन उत्पादों को अच्छे दामों में बेच सकते हैं।
गन्ने से दुगना फायदा पाने के लिए किसानों को नई तकनीकों, उन्नत किस्मों, और बाजार की जानकारी अपनानी होगी। इससे वे अपनी खेती को ज्यादा फायदे वाली बना सकते हैं।