गन्ना उत्पादन करने वाले किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। वैज्ञानिकों ने गन्ने की एक नई किस्म विकसित की है, जो न केवल रोगों के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी है बल्कि उत्पादन में भी अन्य किस्मों से कहीं आगे है। इस किस्म को “सुपर शुगरकेन-1” नाम दिया गया है और यह सभी पुरानी किस्मों को पीछे छोड़ते हुए नंबर 1 साबित हो रही है। अगर आप भी गन्ने की खेती करते हैं और रोगों से परेशान हैं, तो यह किस्म आपके लिए वरदान साबित हो सकती है।
क्या है इस किस्म की खासियत?
गन्ने की यह नई किस्म कई मायनों में अन्य किस्मों से बेहतर है। सबसे पहले, यह किस्म रोगों के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी है। इसमें लाल सड़न, उकठा और चूर्णी फफूंदी जैसे सामान्य रोगों का प्रभाव न के बराबर है। इसके अलावा, इस किस्म में पानी की कम आवश्यकता होती है, जो सूखे प्रभावित क्षेत्रों के लिए बेहद फायदेमंद है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस किस्म से गन्ने की पैदावार 25-30% तक बढ़ जाती है, जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि होती है।
कैसे करें इस किस्म की खेती?
इस किस्म की खेती करने के लिए किसानों को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। बुवाई से पहले खेत की अच्छी तरह से जुताई करें और उसमें जैविक खाद डालें। बुवाई के समय पंक्ति से पंक्ति की दूरी 3-4 फीट और पौधे से पौधे की दूरी 1-1.5 फीट रखें। इस किस्म को सिंचाई की ज्यादा आवश्यकता नहीं होती, लेकिन समय-समय पर खेत में नमी बनाए रखना जरूरी है। रोगों से बचाव के लिए नियमित रूप से खेत की निगरानी करें और आवश्यकता पड़ने पर जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
किसानों की प्रतिक्रिया
इस नई किस्म को लेकर किसानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। कई किसानों ने इसे अपने खेतों में लगाया है और उन्हें शानदार परिणाम मिले हैं। उत्तर प्रदेश के एक किसान रामसिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले साल इस किस्म को लगाया था और उनकी पैदावार में 30% की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें रोगों का प्रभाव न के बराबर है, जिससे उनकी लागत में भी कमी आई है।
वैज्ञानिकों का दावा
इस किस्म को विकसित करने वाले वैज्ञानिकों का दावा है कि यह किस्म भारत के सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। चाहे वह उत्तर भारत हो या दक्षिण भारत, यह किस्म हर जगह बेहतर परिणाम देती है। वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि इस किस्म में शुगर की मात्रा भी अधिक है, जिससे चीनी मिलों को भी फायदा होगा।
गन्ने की यह नई किस्म किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। अगर आप भी गन्ने की खेती करते हैं और रोगों से परेशान हैं, तो इस किस्म को अपनाकर अपनी पैदावार और आय को बढ़ा सकते हैं। इस किस्म की खेती करने के लिए नजदीकी कृषि विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें और इसकी बुवाई का सही तरीका जानें।