किसानों के लिए बडी़ अपडेट: 19वीं किस्त का लाभ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के लाभार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आई है। जैसा कि हम जानते हैं, 5 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र से 18वीं किस्त का भुगतान किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया था। लेकिन इस दौरान कई लाभार्थियों को तकनीकी कारणों के चलते उनका पैसा नहीं मिल पाया। अब सरकार ने इस संबंध में एक नई पहल शुरू की है, ताकि 19वीं किस्त का भुगतान समय पर और बिना किसी रुकावट के किया जा सके।
क्या करना होगा किसानों को?
अगर आप भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं और 19वीं किस्त का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कुछ अहम कंडीशंस का पालन करना होगा। सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपने अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा कर लिया हो। साथ ही, आपका बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए और उसमें डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) एक्टिवेट किया गया हो। यदि ये सभी शर्तें पूरी होती हैं, तो आपको 19वीं किस्त का लाभ निश्चित रूप से मिलेगा।
पिछली किस्तों का भुगतान और समस्याएं
पिछली किस्तों के दौरान कई किसानों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इनमें से कुछ किसानों को आधार सीडिंग, ई-केवाईसी और लैंड सीडिंग से संबंधित समस्याएं आई थीं। खासकर, लैंड सीडिंग को लेकर किसानों के बीच अब भी उलझनें बनी हुई हैं। लैंड सीडिंग की प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं है, और इसके लिए किसानों को अपनी तहसील में जाकर कृषि विभाग से संपर्क करना पड़ता है। यह समस्या हल होते ही किसानों को उनकी सभी बकाया किस्तें प्राप्त हो सकती हैं।
क्या है सरकार का नया अपडेट?
अब सरकार ने एक नया अपडेट जारी किया है, जिसमें यह बताया गया है कि 19वीं किस्त के लिए किसानों को अपनी सभी जरूरी प्रक्रियाएं समय से पूरी करनी होंगी। इसके तहत किसानों को तीन प्रमुख कामों को पूरा करना होगा:
- अगर आपने अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं की है, तो इसे तुरंत पूरा करें।
- अपने बैंक अकाउंट को आधार से लिंक कराएं, ताकि डीबीटी के माध्यम से पैसा सीधे आपके अकाउंट में पहुंचे।
- यदि आपकी लैंड सीडिंग नहीं हुई है, तो तहसील में जाकर इसे पूरा करें। यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि बिना लैंड सीडिंग के आपको किस्त का लाभ नहीं मिल पाएगा।
किसानों के लिए एक बार फिर से उम्मीद की किरण
सरकार की ओर से जारी किए गए नए अपडेट के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि इस बार करीब 95 करोड़ से अधिक किसानों को 19वीं किस्त का लाभ मिलेगा। साथ ही, जिन किसानों को 18वीं किस्त का लाभ नहीं मिला था, उन्हें भी यह राशि इस बार मिल सकती है। इस योजना के तहत, किसानों को 2000 रुपये की राशि उनके बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
समय रहते समस्याओं का समाधान करें
यदि आपकी ई-केवाईसी, आधार सीडिंग या लैंड सीडिंग में कोई समस्या है, तो उसे जल्द से जल्द हल कर लें, क्योंकि इसके लिए अधिकतम 10 से 15 दिन का समय लगता है। अगर आप इस समय सीमा के भीतर इन प्रक्रियाओं को पूरा कर लेते हैं, तो आपको 19वीं किस्त का लाभ समय पर मिलेगा।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को समय पर किस्त मिलने के लिए यह तीन महत्वपूर्ण बातें सुनिश्चित करनी होंगी: ई-केवाईसी, आधार सीडिंग और लैंड सीडिंग। यदि आप इन शर्तों को पूरा करते हैं, तो आपको जल्द ही 19वीं किस्त का भुगतान मिल जाएगा। इसलिए, यदि आपके अकाउंट में कोई समस्या है, तो तुरंत इसे ठीक करें और सरकार की योजना का लाभ उठाएं।
साहब ये सब बेकार की बातें हैं हर नया अपडेट सरकार छूटे हुए किसानों को योजना में शामिल करने के लिए नहीं बल्कि योजना से बाहर निकालने के लिए लाती है। तहसील वाले किसानों को धमकाकर भगा देते हैं, सरकार के पास सारे आंकड़े होते हुए भी सरकार किसानों को चकमा देने के लिए सारी शर्तें लागू करती है। देश में आज भी करोड़ों ऐसे पात्र किसान हैं जिन्हें योजना की एक भी किस्त नहीं मिली है और न मिलने की उम्मीद ही है। साढ़े चौदह करोड़ किसानों की घोषणा करने वाले हमारे माननीय जुमलेबाज प्रधानमंत्री जी ने क्या एक बार भी ये जानना चाहा कि ये संख्या पूरी पांच साल बाद भी क्यों नहीं हुई? अपात्र किसानों का सर्वे कराया जाता है तो छूटने वाले पात्र किसानों का सर्वे एक बार भी क्यों नहीं करवाया गया? क्या माननीय की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना को भलीभांति संचालित करने के लिए माननीय के तंत्र की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए। कुल मिलाकर ये योजना भी एक जुमला और किसानों के साथ बहुत बड़े छल के सिवाय कुछ नहीं, केवल प्रचार मात्र है। ये नहीं होगा तो नहीं मिलेगी वो नहीं होगा तो नहीं मिलेगी अजब तमाशा है, अगर हिन्दुस्तान का किसान इतना ही होशियार, चालाक और समझदार होता तो इस कदर सरकार द्वारा मूर्ख न बना लिया गया होता।