योजना का उद्देश्य और लाभ
पीएम किसान मानधन योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत, किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने 3000 रुपये की पेंशन मिलेगी, जिससे उनकी वृद्धावस्था में आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
जिस्ट्रेशन प्रक्रिया
पीएम किसान मंथन योजना में रजिस्ट्रेशन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें
- आवेदन पूरा होने के बाद आपको एक पावती नंबर (Acknowledgement Number) मिलेगा, जिसका उपयोग भविष्य में आवेदन की स्थिति जांचने के लिए किया जा सकता है।
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmkmy.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर “अभी आवेदन करें” (Apply Now) के विकल्प पर क्लिक करें।
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारी जैसे नाम, आयु, बैंक खाता विवरण और आधार नंबर भरें।
- जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज़
- आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज़ प्रस्तुत करना आवश्यक है
- आवेदक का वैध आधार कार्ड।
- आवेदक का बैंक खाता नंबर और IFSC कोड।
- भूमि रिकॉर्ड: कृषि भूमि का विवरण और संबंधित दस्तावेज़।
- आय प्रमाण पत्र: वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम होने का प्रमाण पत्र।
- प्रक्रिया शुल्क जमा करना: आवेदन के साथ निर्धारित शुल्क जमा करना होगा, जो आमतौर पर न्यूनतम होता है।
योग्यता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए, किसानों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
- आवेदक की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- किसान के पास 2 हेक्टेयर (5 एकड़) से कम कृषि भूमि होनी चाहिए।
- वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
पेंशन राशि और योगदान
इस योजना में, किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद हर महीने 3000 रुपये की पेंशन मिलेगी। इस पेंशन को प्राप्त करने के लिए, किसानों को 55 रुपये प्रति माह का योगदान करना होगा। सरकार इस योगदान पर 15 रुपये का योगदान करती है, जिससे कुल योगदान 70 रुपये प्रति माह होता है। यह योगदान 60 वर्ष की आयु तक जमा करना होता है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की शुरुआत होती है।
- पेंशन का भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जाता है।
- पेंशन की राशि समय-समय पर महंगाई के अनुसार बढ़ाई जा सकती है।
पीएम किसान मानधन योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उनकी वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से, सरकार किसानों की भलाई के लिए निरंतर प्रयासरत है।