किसान भाइयों, अगर आप चाहते हैं कि आपकी फसल इस बार दोगुना फायदा दे, तो अप्रैल से पहले अपने खेत में दो चीज़ें जरूर डालें। ये दो चीज़ें हैं – जैविक खाद और ढैंचा की हरी खाद। इन्हें इस्तेमाल करने से न सिर्फ मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, बल्कि फसल की पैदावार और गुणवत्ता भी बेहतर होगी। आइए जानते हैं कि ये दोनों चीज़ें कैसे काम करती हैं और इन्हें कैसे इस्तेमाल करना है।
1. जैविक खाद का इस्तेमाल
जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट या वर्मी कम्पोस्ट, मिट्टी को उपजाऊ बनाने का सबसे अच्छा तरीका है। यह खाद मिट्टी में पोषक तत्वों को बढ़ाती है और फसल को स्वस्थ रखती है।
जैविक खाद के फायदे
- जैविक खाद में मौजूद सूक्ष्मजीव मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश जैसे जरूरी तत्वों को बढ़ाते हैं।
- जैविक खाद से फसलों को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।
- जैविक खाद में केमिकल नहीं होते, इसलिए यह मिट्टी और पानी को प्रदूषित नहीं करती।
जैविक खाद का सही तरीके से इस्तेमाल
- एक एकड़ खेत के लिए 5 से 10 टन जैविक खाद का इस्तेमाल करें।
- बुवाई से 15-20 दिन पहले खाद को खेत में मिला दें। इससे खाद अच्छी तरह मिट्टी में घुल जाएगी।
2. ढैंचा की हरी खाद
ढैंचा एक हरी खाद वाली फसल है। इसे खेत में उगाकर और फिर मिट्टी में मिलाने से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है। ढैंचा की फसल तेजी से बढ़ती है और 45-60 दिन में तैयार हो जाती है।
ढैंचा के फायदे
- ढैंचा की जड़ों में नाइट्रोजन स्थिर करने वाले बैक्टीरिया होते हैं, जो मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाते हैं।
- ढैंचा की जड़ें मिट्टी को ढीला करती हैं और जल निकासी को बेहतर बनाती हैं।
- ढैंचा की फसल कुछ कीटों और रोगों को दूर रखती है, जिससे मुख्य फसल को नुकसान नहीं होता।
ढैंचा का सही तरीके से इस्तेमाल
- मार्च से अप्रैल के बीच ढैंचा की बुवाई करें।
- एक एकड़ खेत के लिए 10-12 किलो ढैंचा के बीज का इस्तेमाल करें।
- ढैंचा की फसल को नियमित पानी देना जरूरी है, खासकर गर्मी के मौसम में।
- जब ढैंचा की फसल 45-60 दिन की हो जाए, तो इसे खेत में जोतकर मिट्टी में मिला दें। इससे यह हरी खाद का काम करेगी।
जैविक खाद और ढैंचा के फायदे
चीज़ | फायदे |
---|---|
जैविक खाद | मिट्टी की उर्वरता बढ़ाती है, फसल को रोगों से बचाती है। |
ढैंचा | मिट्टी में नाइट्रोजन बढ़ाता है, मिट्टी को ढीला करता है। |
किसान भाइयों, अगर आप अप्रैल से पहले अपने खेत में जैविक खाद और ढैंचा का इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी फसल की पैदावार और गुणवत्ता दोनों बढ़ेगी। यह तरीका न सिर्फ आपकी आमदनी बढ़ाएगा, बल्कि मिट्टी को भी स्वस्थ रखेगा। तो देर किस बात की, इस बार अपने खेत में ये दो चीज़ें जरूर डालें और फसल का दोगुना फायदा उठाएं!