किसानों की बढ़ी हुई समस्याएँ
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गजरौला में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट की एक पंचायत का आयोजन हुआ। पंचायत में मुख्य वक्ता हनी चौधरी ने प्रदेश सरकार से गन्ने के मूल्य को ₹450 प्रति कुंतल बढ़ाने की मांग की। इसके साथ ही किसानों ने यह भी कहा कि गन्ना मिलों को 14 दिनों के भीतर गन्ना मूल्य का भुगतान करना चाहिए।
गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल घोषित किया जाए
गन्ना किसानों के हित में हुई इस बैठक में हनी चौधरी ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिलना चाहिए। उनका कहना था कि यदि गन्ना का मूल्य ₹450 प्रति कुंतल नहीं बढ़ाया जाता है, तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। किसान अपनी मेहनत से खेतों में गन्ना उगाते हैं, लेकिन उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिलता।
जलालपुर और अटारी मुरीदपुर की समस्याएँ
इस बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। जलालपुर बिजलीघर में कृषि पोषक कोड खोलने की मांग की गई, ताकि बिजली की आपूर्ति सुचारु रूप से की जा सके। साथ ही, अटारी मुरीदपुर बिजलीघर का 33 केवी का केबिल बदलने की भी मांग की गई, जिससे गांव में बिजली की समस्या को दूर किया जा सके।
किसान क्रेडिट कार्ड के मुद्दे पर विरोध
इसके अलावा, किसानों ने बैंक से संबंधित एक अन्य समस्या का भी उल्लेख किया। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रथमा बैंक के क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड की गारंटी को लेकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। अगर यह समस्या जल्दी हल नहीं हुई, तो भारतीय किसान यूनियन ने यह चेतावनी दी है कि वे बैंकों के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सतपाल सिंह की अध्यक्षता में पंचायत
बैठक की अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष सतपाल सिंह ने की, जिसमें ब्लॉक के अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस मौके पर राजेंद्र सिंह, रोहित चौधरी, वेदपाल सिंह, मुकेश कुमार, ब्रजपाल सिंह जैसे किसान नेता और कई अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा की गई इस पंचायत में किसानों की समस्याओं पर खुलकर चर्चा की गई और प्रदेश सरकार से गन्ना मूल्य में वृद्धि की मांग की गई। किसानों का मानना है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर हो सकते हैं।