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Sugarcane : गन्ने में खरपतवार के लिए कौन सी दवा डालें?

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गन्ना भारत की एक महत्वपूर्ण फसल है, जो किसानों की आमदनी का बड़ा स्रोत है। लेकिन गन्ने की खेती में खरपतवार एक बड़ी समस्या बन जाते हैं। खरपतवार गन्ने के साथ पानी, पोषक तत्व और जगह के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे फसल की पैदावार और गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है। इस लेख में हम गन्ने में खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए कौन सी दवाएं इस्तेमाल करें और कैसे करें, इसके बारे में जानेंगे।

खरपतवार नियंत्रण क्यों जरूरी है?

गन्ने की फसल में खरपतवार नियंत्रण बहुत जरूरी है क्योंकि ये फसल के साथ पोषक तत्व, पानी और जगह के लिए लड़ते हैं। अगर खरपतवारों को समय पर नहीं हटाया गया, तो गन्ने की पैदावार 10% से 30% तक कम हो सकती है। इसलिए, खरपतवारों को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है।

खरपतवार नियंत्रण के तरीके

गन्ने में खरपतवार नियंत्रण के लिए दो मुख्य तरीके हैं: यांत्रिक और रासायनिक।

1. यांत्रिक विधि (निराई-गुड़ाई)

यांत्रिक विधि में खरपतवारों को हाथ से या खुरपी से निकाला जाता है। इससे मिट्टी में हवा का आदान-प्रदान बढ़ता है और गन्ने की जड़ों का विकास अच्छे से होता है। यह तरीका पर्यावरण के लिए भी अच्छा है और खरपतवारों को पूरी तरह से खत्म कर देता है। हालांकि, यह तरीका थोड़ा मेहनत वाला है और समय लेता है।

2. रासायनिक विधि (खरपतवारनाशक दवाएं)

रासायनिक विधि में खरपतवारनाशक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। ये दवाएं खरपतवारों को जल्दी और प्रभावी ढंग से नष्ट कर देती हैं। गन्ने की फसल में इस्तेमाल होने वाली कुछ प्रमुख दवाएं निम्नलिखित हैं:

मेट्रिब्यूज़िन 70% WP

    • यह दवा चौड़ी पत्ती और सकरी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए अच्छी है।
    • इस्तेमाल: 500 ग्राम प्रति एकड़।

    2,4-डी सोडियम साल्ट 80% WP

      • यह दवा चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नष्ट करती है।
      • इस्तेमाल: 600 ग्राम प्रति एकड़।

      एट्राजिन 50% WP

        • यह दवा गन्ने के अंकुरण से पहले इस्तेमाल की जाती है।
        • इस्तेमाल: 400-1600 ग्राम प्रति एकड़।

        क्लोमाज़ोन 22.5% + मेट्रिब्यूज़िन 21% WP

          • यह दवा खरपतवारों के पनपने से पहले इस्तेमाल की जाती है।
          • इस्तेमाल: 1 किलोग्राम प्रति एकड़।

          दवाओं का छिड़काव करते समय सावधानियां

          खरपतवारनाशक दवाओं का छिड़काव करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए

          1. दवा का इस्तेमाल हमेशा पैकेट पर लिखे निर्देशों के अनुसार ही करें। ज्यादा मात्रा फसल को नुकसान पहुंचा सकती है।
          2. बार-बार एक ही दवा का इस्तेमाल करने से खरपतवार उसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर सकते हैं।
          3. दवा का छिड़काव गन्ने की दो लाइनों के बीच में करें, ताकि फसल पर दवा का असर न हो।
          4. दवा का छिड़काव करते समय मास्क, दस्ताने और पूरे कपड़े पहनें, ताकि त्वचा और सांस के जरिए दवा शरीर में न जाए।

          गन्ने की फसल में खरपतवार नियंत्रण बहुत जरूरी है क्योंकि ये फसल की पैदावार और गुणवत्ता को कम कर देते हैं। खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए यांत्रिक और रासायनिक दोनों तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। रासायनिक दवाओं का इस्तेमाल करते समय सही मात्रा और सावधानियों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

          किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर खरपतवार नियंत्रण करें और अपनी फसल की अच्छी देखभाल करें। इससे न केवल फसल की पैदावार बढ़ेगी, बल्कि उनकी आमदनी भी अच्छी होगी।

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